बधाई हौसले को !!
---------------"गर हो हौसला ,हर मंजिल आसान लगती है"----------------
4 जुलाई 2017 को बस्ती और खलीलाबाद का नाम इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज हो गया! क्रेडिट इसका जाता है ,एक ऐसी लड़की को ..जिसने यह मिथ तोड़ कर रख दिया की ऊंचाइयों को छूने के रास्ते, बड़े-बड़े शहरों में ही खुलते हैं....छोटे से शहर की बेटी भी नहीं बल्कि बहू के (क्योंकि हमारे समाज में बेटियां तो फिर भी कथित तौर पर स्वतंत्र मानी जाती हैं बनिस्पत बहू के ) सपनों ने वो उड़ान भरी थी की आज सारे देश की नजरें हैं उस पर....
इस गृहणी ने भारत में होने भारत में विवाहित महिलाओं की सौंदर्य प्रतियोगिता को जीतने का सपना देखा और उसे पूरा किया ...अगर आप इस प्रतियोगिता का कुछ अंश भी इंटरनेट पर देख पाएं तो आपको पता चलेगा की इस ऊंचाई पर पहुंचने के लिए उसने कितनी चढ़ाई चढ़ी होगी.....राह इतनी आसान न थी जितना सुनने में लगता है.......
हमारे भारतीय समाज में शादी और बच्चे होना लड़की का होने के बाद लड़की का दूसरा जन्म माना जाता है l. * "जा सिमरन जा ,जी ले अपनी जिंदगी "यह कहने वाले ससुराल वाले कम ही होते हैं ....खासकर बस्ती जैसी छोटी जगह के मद्देनजर देखा जाए तो ना के बराबर....
मैं सुप्रिया को पर्सनली तो नहीं जानती हूं , लेकिन मैं बस्ती और खलीलाबाद जैसी जगहों को अच्छी तरह जानती हूं ll अपनी बर्थप्लेस की originality से हर कोई वाकिफ होता है.... आज मेरी भी शादी हो चुकी है. बच्चे हैं ..इतने सालों में अपनी बस्ती को भी बड़ा और विकसित होते देखा है मैंने....
यह लड़की खलीलाबाद की है ......2011 की जनसंख्या गणना के अनुसार ,बस्ती की जनसंख्या ढाई लाख थी और खलीलाबाद की मात्र 50,000
यह आंकड़े इसलिए बता रही हूं ताकि बस्ती-खलीलाबाद के नाम से नावाकिफ लोगों को अंदाजा लग जाए की खलीलाबाद और बस्ती में ही कितना डिफरेंस हैl खलीलाबाद-बस्ती में शिक्षा के नाम पर.. गिनती के स्कूल.... ,कोशिश के नाम पर ..राजधानी लखनऊ या इलाहाबाद जाकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना..... ,और नौकरी के अवसर के नाम पर ...चप्पलें ghiste रहना .....और हारकर उम्र दराज युवा बनकर कोई छोटा मोटा काम चला लेना ...
महत्वाकांक्षी लोगों को शहर से बाहर आना ही पड़ता है । कईयों के तो सपने ही दफन हो जाते हैं छोटे शहरों में....साधन ,अवसर और आर्थिक अभावों के कारण l ऐसा नहीं है कि सब का यही हाल है आज ऐसे छोटे और गुम शहरों के सैकड़ों लोग, बड़े शहरों /विदेशों में राज भी कर रहे हैं !....
पर ...यहां पर मैं बात कर रही हूं लड़कियों की ....उनकी हालत तो और भी बदतर है l जहां सहेली के घर जाने के लिए भी उसका छोटा भाई साथ जाता हो ......ऐसे माहौल में लड़कियों को पढ़ते जाना, डिग्रियां बटोरने और शादी के सपने देखने के अलावा कोई और सपने देखने का हक नहीं होता....
ऐसे माहौल में पली-बढ़ी सुप्रिया का सपने देखना और उसकी ओर बढ़ने का प्रयास करना ही बहुत बड़ी बात है .....ऊपर से विजेता बन कर तो उसने सदियों के मिथ को तोड़ कर रख दिया और अपने जैसी ना जाने कितनी लड़कियों की आशा की राह दिखा दी.....
बाहर निकल कर तो हर कोई अपनी लड़ाई लड़ लेता है.. लेकिन ....पुराने दरख्तों को उखाड़ना ....और फिर नए आयाम देना ..भी आसान नहीं...उसके लिए आशावादी सोच चाहिए l वरना संकीर्णता और छोटी सोच की दुहाई देकर, आंसू बहाते हुए ,खुद को बेचारा साबित कर कोई भी संतुष्ट रह सकता है ... हौसला चाहिए किसी भी अलग काम को अंजाम देने में.....
बात एक सौंदर्य प्रतियोगिता को जीतने की नहीं ...शादी के 7 साल बाद प्रतियोगी बनने की भी नहीं... बात है, ऐसे परिवेश में खुद के सपनों को जिंदा रखने और उन्हें कामयाब बनाने की......
खलीलाबाद की बेटी और बस्ती की बहू को बधाई और हर उस बहू और बेटी को भी बधाई .... जो ये सोचती हैं कि उन्हे भी सपने देखने का हक़ नहीं है....अब देखो सपने .... क्योंकि वे पूरे भी हो सकते हैं ,प्रूफ़ हो गया अब तो....सपने देखना ना छोड़ें..... सपने देखेंगे ही नहीं तो उनको साकार करने के लिए कदम कैसे बढ़ाएंगे.....
"गर हौसला हो क़ाबिज़
तूफान की लहरों में
डूबती कश्ती को भी
साहिल मिल ही जाएगा"
पढ़ने के लिये धन्यवाद 🙏
- सौम्या
पहले तो,सुप्रिया को ढेर सारी बधाई देना चाहूँगी। जिसने यह साबित कर दिया कि अगर हौसले बुलंद हो तो रास्ते खुद ही मंजिल तक पहुचाते है।बहुत खूब लिखा है सौम्या, ऐसे माहौल मे सपने देखना मात्र सपना ही है
ReplyDeleteThanks Anupam. !! For reading n reacting.
Deleteबहुत ख़ूब सौम्या....... कहते हैं हीरे की परख सिर्फ़ ज़ौहरी को होती है .....सुप्रिया ने ख़ुद को तराशा है पर तुम्हारे शब्दों ने अच्छी परख की है उसकी👌
ReplyDeleteदोनों को बधाई।
Thanks Shikha for appreciating ....m obliged
Deleteबधाई है सुप्रिया को और साथ मे उन सभी को जो कोइ भी परिस्थिती हो सपने देखना नही छोड़ते, मुश्किलों के आगे घुटने नही टेकते अपनी मंज़िल पा कर ही रहते हैं........कोशिश करने वालों की हार नही होती...
ReplyDeleteThanks shubhra dear for ur comments !!!!
Deleteबधाई है सुप्रिया को और साथ मे उन सभी को जो कोइ भी परिस्थिती हो सपने देखना नही छोड़ते, मुश्किलों के आगे घुटने नही टेकते अपनी मंज़िल पा कर ही रहते हैं........कोशिश करने वालों की हार नही होती...
ReplyDeleteCongrats Supriya and you too. And Me too. And congrats har us ladki ko jo apne sapne poora karne ka Jasba rakhti hai aur usko poora karti hai.
ReplyDeleteI can totally understand the circumstances and the hurdles. Aur aapke blog ne to ekdam detail me bataya hai ki kitni mushkil hoti hai sapno ko poora kRne ke liye .
Iss Blog ko padh ye panktiyan yaad aagayi :-
Manzil unhi ko milti hai, jinke sapno mein jaan hoti hai; pankh se kuchh nahin hota, hauslon se udaan hoti hai".
Thanks tanu ... U r too one of the example ...thanks for reading..
DeleteHi Saumya your blog is really fantastic and motivational.Also inspire for move ahead even opposite situations.....
ReplyDeletewho believes....
"Khuda ko jid hai jahan bijliya giraney ke
Hame bhi jid hai wanha aashiya bananey ke"
Thank u bhabhi for your lovely comments !!!
DeleteGood article...awaiting for more.
ReplyDeleteWhere there is a will, there is a way as the old saying goes.
Thanks nupur !! God bless you.
DeleteWell done Saumya, your blog is an eye opener for everyone, be in a small town or a metro. It is motivational for all small town girls, women and especially their families. Keep it up.
ReplyDeleteThank you sooooo much for your appreciation!!!!
DeleteGood Article ..
ReplyDeleteThanks sis!!
Deleteबधाई
ReplyDeleteशुभकामनाए
सुप्रिया सिमरन और सौम्या
सुप्रिया ने जो ठाना वो पा लिया
बधाई💐💐
सिमरन जो अपनी तरह से जीने की इछुक है
और सौम्या
जो अपनी काबिलियत जानती है बस अपने समय का इंतज़ार है शायद
शुभकामनाए
शायद
क्यों लगाया पता नही
तुम समझदार हो इसमे कोई शक नही है पर इतनी सुंदरता से परिस्थिति को समझ कर शब्दो मे ढालना काबिले तारीफ है
पूरे आलेख मे कुंठित समाज परिवारों व व्यक्तियों के प्रति तुम्हारा का आक्रोश तुम को कुछ कर गुजरने की शक्ति प्रदान करता प्रतीत होता है
शुभकामनाए
Offfoo...the most dhansu comment!!! Tina achcha vishleshan to humane bhi nahi Miya likhte time... Thanks a ton !!!n
Deleteअच्छा लगा पध के!
ReplyDeleteThank you GS ! Thanks for liking .
ReplyDelete.... Also Kudos to the man behind supriya who made it possible such daring dream she saw post her wedding ...surly talent knows no boundaries....specialy living in such area whre marrige brings opaque wall to see beyond ...confidence n persistence by Supriya is incredible!
ReplyDeleteCongrats सौम्या और सुप्रिया दोनों को और साथ ही congrats मिस्टर सुप्रिया(सुप्रिया के हस्बैंड )को .
ReplyDeleteआपने भी सिद्ध कर दिया कि अगर सफल पुरुष के पीछे यदि एक नारी का सपोर्ट होता है तो एक सफल नारी भी पुरुष के सपोर्ट और प्रोत्साहन के साथ आसमान की बुलंदियों को छू सकती है .
हैट्स ऑफ टू Supriya's hubby....
वाह सौम्या! तुम्हारा एक्स्ट्रीमली ब्यूटीफुल written ब्लॉग padha , तुम्हारा टैलेंट दिन दूनी रात चौगुना बढ़ रहा है ब्यूटीफुली ..इतने अच्छे से अपनी बात को दमदार तरीके से लिखती हो कि पढ़ कर मजा आ जाता है 👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏अब तक का तुम्हारा बेहतरीन write up 👌🏼👌🏼👌🏼👌🏼👌🏼👌 u deserve 🏆
Congrats सौम्या और सुप्रिया दोनों को और साथ ही congrats मिस्टर सुप्रिया(सुप्रिया के हस्बैंड )को .
ReplyDeleteआपने भी सिद्ध कर दिया कि अगर सफल पुरुष के पीछे यदि एक नारी का सपोर्ट होता है तो एक सफल नारी भी पुरुष के सपोर्ट और प्रोत्साहन के साथ आसमान की बुलंदियों को छू सकती है .
हैट्स ऑफ टू Supriya's hubby....
वाह सौम्या! तुम्हारा एक्स्ट्रीमली ब्यूटीफुल written ब्लॉग padha , तुम्हारा टैलेंट दिन दूनी रात चौगुना बढ़ रहा है ब्यूटीफुली ..इतने अच्छे से अपनी बात को दमदार तरीके से लिखती हो कि पढ़ कर मजा आ जाता है 👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏अब तक का तुम्हारा बेहतरीन write up 👌🏼👌🏼👌🏼👌🏼👌🏼👌 u deserve 🏆
congrats to Supriya for dreaming and make it in existence ,
ReplyDeletereally it is very difficult to break the bond of conservation.
Supriya you are the inspiration for those who are dreaming but not have courage to make it real.
one thing i want to add in last that words have much power than sword.So I appreciate Saumya that she highlighted the courage of a person by her words that nothing is impossible if you have plan courage eternal strength.